पटना। पटना मे तैनात लठ्ठ मार ADMके,के,सिह ,बुरोक्रेटस की हनक मे तिरंगा लिए एक शिक्षक अभ्यर्थियों को लाठी से रोड पर लिटाकर पीट रहा था।इस घटना मीडिया कर्मियो ने जब न्यूज़ कबरेज कर रहा था तो मीडिया को भी वही बखसा मीडियाकर्मियों को धक्का मारते हूए हटाया।ये है भारत का संविधान जो कि देश के लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की हत्या।जब मीडिया कर्मी न्यूज़ कबरेज करने जाता है तो पटना के के,के सिह एसडीएम एक शिक्षक अभ्यर्थियों को बेरहमी से रोड पर लाठी चटकाया।और उसके हाथ मे तिरंगा झंडा लिए हूए था।तिरंगा झंडा पर भी लाठी चटकाया देश के तिरंगा झंडा को भी एसडिएम ने नही बखसा उस झंडे पर भी लाठी चटकाया।सरकार का धिक्कार है ऐसे एसडिएम को अभिलंब बरखास्त करना चाहिए।इससे साबित होता है कि बिहार मे जंगल राज का स्थापना हो गया।न ई सरकार कहती है कि 20लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।क्या लाठी के द्बारा रोजगार मुहैया कराया जाएगा।बहुत आश्चर्य है कि एक वरीय अधिकारी ने तिरंगा झंडा पर लाठी चटकाया।यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का हत्या किया है।लोकतंत्र मे सब का अधिकार है अपनी मांग पुरा करने का।लेकिन वैसा नही होता है।अब लोकतंत्र मे अपनी मांग के लिए एक वरीय अधिकारी द्बारा लाठी खानी पड़ती है।इसी को लोकतंत्र कहा जाता है।जब पत्रकार न्यूज़ कबरेज करने जाता है तो एक वरीय अधिकारी उसे गाली एवं धक्का मारकर भगा दिया जा है।राज्य की सरकार कब इसे रोकेगा।देश मे बराबर कही न कही पत्रकार की हत्या होते रहता है।सरकार से लेकर प्रशासन तक पत्रकार को टारगेट किया जाता है।क्या संविधान मे एक पत्रकार के साथ ऐसा बदसुलकी करने कि कानून बना है क्या?क्या पत्रकार का हत्या किया जाना चाहिए? सरकार को शर्म होना चाहिए कि एक पत्रकार के साथ वरीय अधिकारी ऐसा बदसुलकी करे।क्या यह सोभनीय है क्या? कोई कर्मचारी अपनी सरकार मांग करने जाएगा तो उसे सड़क पर लिटाकर बेरहमी से उसके शरीर पर लाठी बरसाया जाएगा।ऐसा कानून किस सरकार ने बनाया।अब देश मे कुछ नही बचा।लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की हत्या हो रहा है।जब देश का पत्रकार सुरक्षित नही है तो जनता क्या सुरक्षित रहेगा।जब एक वरीय अधिकारी पत्रकार को धक्का मारकर भगाता है तो इससे बड़ा अपराध क्या होगा।सरकार कब सुधरेगी यह पता नही।ऐसे रवैया से कोई कर्मचारी अपनी मांग कैसे करेगा।अब साबित होता है कि बिहार मे जंगल राज की स्थापना हो गया।अब वरीय अधिकारी लाठी लेकर सड़क पर गुंडागर्दी करने को उतर चुके है।बहुत आश्चर्य की बात है कि एक वरीय अधिकारी एस,डी,एम ने खुद लाठी भाजने लगा है।अब सुशासन बाबु कुशासन मे तब्दील हो गये है।बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का ट्वीट है कि सत्यता पाए जाने पर संबंधित अधिकारी पर कारवाई होगी।बिहार मे ऐसा कितना बार पत्रकार के उपर हमला हूआ लेकिन सरकार ने कोई अमल नही किया।बिहार मे कितने पत्रकार का हत्या है चुका है।बिहार मे पत्रकार सुरक्षित नही हे
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार