डब्लूसी न्यूज़ ब्यूरो गायघाट | प्रखंड मुख्यालय के निकट जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति भवन में लोहार कल्याण समिति की प्रखंड स्तरीय बैठक हुई है। जिसका अध्यक्षता देवनारायण ठाकुर ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा है कि आज से लोहार जाति के लोग आरक्षण के मामले में मजाक बन गया है सरकार कभी हमें पिछड़ा वर्ग तो कभी अति पिछड़ा वर्ग तो कभी आदिवासी (एसटी) का अधिकार देती और छिनती है।यह दुर्भाग्यपूर्ण है । हमें इसका डटकर मुकाबला करना है। एक व्यक्ति के SC/ST ACT के मामले में पूरे समुदाय का संवैधानिक अधिकार छीना गया जो सरासर गलत है। जब सारे साक्ष्य सरकार के पास है तो बिहार सरकार को जुर्माना देने के बजाय सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रखना चाहिए था। जो नहीं किया गया अगर शाब्दिक उलझन है तो राज्य सरकार और केंद्र सरकार को कानून बनाने का अधिकार है। बिल लाकर हमें अनुसूचित जनजाति का अधिकार देना चाहिए।
इसके लिए लोहार कल्याण समिति कानूनी ढंग से लड़ने के लिए तैयार है परंतु हमें इस लड़ाई को संगठित होकर सड़क पर लड़ना होगा। सरकार पर दबाव बनाना होगा। सरकार को वोट का ताकत दिखाना होगा ताकि इन राजनीतिक लोगों को लगे कि लोहार भी सत्ता से हटाने या सत्ता की कुर्सी पर बैठाने की ताकत रखता है।
जिलाध्यक्ष राधेश्याम ठाकुर ने कहा है कि लोहार कल्याण समिति लोहार जाति को मुफ्त कानूनी सलाह देगी। कार्यालय पर संपर्क करने पर संगठन के माध्यम से वाद विवाद समाप्त कराने की पूरी कोशिश करेगी। उन्होंने एसटी आरक्षण मामले पर कहा है कि यह शाब्दिक पेंच है। बिहार में लोहारा, लोहरा होने का कोई प्रमाण नहीं है जो बिहार सरकार ही बताती है। लोहारा एक काल्पनिक शब्द है जो अधिकारियों और सरकार में बढ़े संप्रदायिकता शक्ति का देन है ताकि लोहार को एसटी का लाभ नहीं मिले लेकिन हम लड़ कर लेंगे । सरक से संसद तक तब तक लड़ेंगे जब तक हमारा अधिकार वापस नहीं मिल जाता है।
मौके पर विद्यापति ठाकुर, देवनारायण ठाकुर, शेखर ठाकुर, सुजीत कुमार शर्मा, विश्वकर्मा शर्मा, कृष्ण कुमार, राजेंद्र ठाकुर, प्रमोद कुमार शर्मा, रणविजय कुमार शर्मा, गुनेश ठाकुर, आकाश कुमार, अनिकेत कुमार, अभिषेक कुमार, रामस्वार्थ ठाकुर, अविनाश कुमार आदि उपस्थित थे।
सज्जन कुमार | पत्रकार | मुजफ्फरपुर