पटना: बिहार में कल से मैट्रिक की परीक्षा शुरू होने जा रही है। इंटर परीक्षा के सफल आयोजन के बाद अब मैट्रिक के इम्तिहान की बारी है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने पारदर्शी परीक्षा कराने का दावा किया है। इसके लिए सभी तरह की तैयारियां कर ली गई हैं। दूसरी ओर पटना में जिन परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा होनी है।
वहां फिलहाल सैनिटाइजेशन हो रहा है, ताकि छात्र संक्रमणमुक्त माहौल में परीक्षा दे सकें। वैसे BSEB का आदेश है कि रोजाना परीक्षा केन्द्रों को सैनिटाइज किया जाए।दरअसल, कोरोना के बीच बिहार इकलौता ऐसा राज्य है जहां समय से इंटर की परीक्षा ली गई और अब बोर्ड की परीक्षा भी आयोजित कराई जा रही है. इस बार बोर्ड एग्जाम (Board Exam) की सबसे बड़ी खासियत ये रहेगी कि छात्रों को हर प्रश्नों के साथ वैकल्पिक प्रश्न भी दिए जाएंगे. यानी ऑब्जेक्टिव हो या सब्जेक्टिव हर एक प्रश्न के साथ एक और प्रश्न होंगे। छात्रों को किन्हीं दो सवालों में एक सवाल के जवाब देने होंगे।
कल से शुरू हो रही परीक्षा पर एक नजर. परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए अहम निर्देश:- 1.पहली पाली की परीक्षा सुबह 9.30 बजे से होगी। लिहाजा हर हाल में 9.20 तक छात्रों को परीक्षा केन्द्र के अंदर पहुंच जाना होगा. उसके बाद बैठने की इजाजत नहीं होगी।
2.दूसरी पाली दोपहर 1.45 बजे से शुरू होगी और हर हाल में 1.35 तक छात्रों को परीक्षा केन्द्र के अंदर पहुंच जाना होगा।
3. पिछली बार की तरह इस बार भी प्री प्रिन्टेड ओएमआर शीट (Pre-pretend OMR sheet) छात्रों के लिए उपलब्ध रहेगी.
2 . पहली बार हर ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव सवाल के लिए एक अतिरिक्त विकल्प भी होगा। यानि छात्र सुविधा के मुताबिक किन्हीं दो सवालों में एक का जवाब दे सकते हैं.
3. 50 ऑब्जेक्टिव सवालों के लिए 100 ऑब्जेक्टिव होंगे ।इसी तरह 2 और 5 अंकों के सब्जेक्टिव सवालों पर भी अतिरिक्त सवाल होंगे।
कोरोना से बचाव के लिए निर्देश परीक्षार्थी मास्क लगाकर ही केन्द्र पहुंचेंगे,हाथों में सेनिटाइजर लगाकर जाना अनिवार्य होगा.
परीक्षा केन्द्रों पर फिजिकल डिस्टेंस का रखना होगा ध्यान.
शिक्षक और कर्मचारियों के लिए परीक्षा के दौरान फेस मास्क लगाना जरूरी होगा
पिछले कई सालों से अलग हटकर परीक्षार्थी जूते और मौजे में भी आ सकते हैं. ठंड को देखते हुए बीएसइबी (BSEB) ने ये फैसला लिया है।
इससे पहले पिछले कुछ सालों में छात्रों को स्लिपर पहनकर ही आने की इजाजत दी गई थी राज्य के सभी 38 जिलों में परीक्षा केन्द्रों की संख्या 1 हजार 525। बिहार में परीक्षा के लिए 16 लाख 84 हजार 466 छात्र-छात्राओं ने फॉर्म भरे हैं। छात्रों की संख्या 8 लाख 46 हजार 663 जबकि छात्राओं की संख्या 8 लाख 37 हजार 803 हैं। दो पालियों में परीक्षा होगी.पहली पाली सुबह 9.30 बजे से जबकि दूसरी पाली दोपहर 1 बजकर 45 मिनट से शुरू होगी. छात्रों को हर हालत में परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले तक परीक्षा केन्द्र में प्रवेश करना होगा।
नजर परीक्षा के रूटीन पर
तारीख पहली पाली दूसरी पाली 17 फरवरी साइंस साइंस
18 फरवरी मैथ मैथ
19 फरवरी सोशल साइंस सोशल साइंस
20 फरवरी इंग्लिश(जनरल) इंग्लिश(जनरल)
22 फरवरी मातृभाषा (हिन्दी, ऊर्दू, बांग्ला, मैथिली) मातृभाषा (हिन्दी, ऊर्दू, बांग्ला, मैथिली)
23 फरवरी सेकेंड इंडियन लैंग्वेज सेकेंड इंडियन लैंग्लेज
24 फरवरी ऐच्छिक विषय ऐच्छिक विषय एडवांस मैथ, इकोनॉमिक्स, कॉमर्स
शिक्षा विभाग ने दावा किया है कि, किसी भी कीमत में पारदर्शी तरीके से परीक्षा ली जाएगी. सभी जिलों के डीइओ (DEO) और डीएम से निष्पक्ष रूप से परीक्षा आयोजित कराने को कहा गया है. विभाग के प्रवक्ता अमित कुमार के मुताबिक, हमारे लिए निष्पक्ष परीक्षा कराना एक टास्क है, लेकिन हम इसे पूरी तरह से संपन्न कराएंगे।
इसी बीच पटना के परीक्षा में नियमों के मुताबिक, चार आदर्श परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं जिसे सजाने का काम भी जारी है. बिहार में खासकर मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं को निष्पक्ष तरीके से आयोजित कराना एक बड़ी चुनौती समझा जाता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में बिहार बोर्ड ने नकल फ्री एग्जाम कराया है. हालांकि, परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र का वायरल हो जाना एक बड़ी चुनौती है.