जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना ने आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए 10,000 Sig Sauer assault rifles के 1st बैच को शामिल करना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह याद किया जा सकता है कि रक्षा मंत्रालय ने 12 फरवरी, 2019 को सशस्त्र बलों को अधिक सक्षम बंदूकों से लैस करने के लिए फास्ट-ट्रैक प्रक्रियाओं के तहत 72,400 7.6 एमएम Sig Sauer assault rifles की खरीद के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। यह पता चला है कि सौदे की लागत लगभग 700 करोड़ रुपये थी।
यूएस निर्मित असॉल्ट राइफलों सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
हालाँकि अमेरिका और कई यूरोपीय देशों में पहले से ही सशस्त्र बलों के लिए Sig Sauer assault riflesका इस्तेमाल किया जा रहा है।
सुरक्षा खतरों को से निपटने के लिए Sig Sauer assault rifles की आवश्यकता को बार-बार पूरा किया जायेगा।
भारतीय सशस्त्र बल वर्तमान में 5.56 * 45 मिमी हैं, जो कॉम्पैक्ट, मजबूत और आधुनिक हैं।
इंसास राइफल की जगह सिग साउर सॉल्ट राइफलों लेगा।
सिग साउर सॉल्ट राइफलों को बनाने वाली कंपनी का दावा है की ये सामरिक संचालन के लिए उनका उपयोग करने वाले सैनिकों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकते हैं।
यह राइफल किसी भी मौसम में अपनी मारक क्षमता के लिए जनि जाती है।