पाकिस्तान द्वारा लिखे गए पत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती का का भी जिक्र किया गया है।
पाकिस्तान के इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार में मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र के कई अधिकारियों को एक पत्र साझा किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर की स्थिति के बारे में धारा 370 के निरस्त होने के बाद से पाकिस्तान की शिकायतों को सूचीबद्ध किया गया।
पाक ने संयुक्त राष्ट्र को लिखे पत्र में झूठ कहा की कांग्रेस नेता राहुल गाँधी की ने टिप्पणी कि की जम्मू कश्मीर में लोग मर रहे है। पाकिस्तान द्वारा लिखे गए पत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती का का भी जिक्र किया गया है।
इसे भी पढ़े:
कांग्रेस ने तुरंत ही एक ब्यान जारी किया है जिसमे कहा गया है की “कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर पर रिपोर्टों को कथित तौर पर संयुक्त राष्ट्र में Pakistan सरकार द्वारा दायर एक याचिका का हवाला देते हुए देखा है, जिसमें झूठी बातों को सही ठहराने के लिए श्री राहुल गांधी का नाम गलत तरीके से लिया गया है और पाकिस्तान द्वारा गलत सूचना फैलाई जा रही है।”
बता दें कि दुनिया में इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि जम्मू, कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं। पाकिस्तान द्वारा इस तरह के शैतानी धोखे से यह कट्टर तथ्य नहीं बदलेगा।यह सब पाकिस्तान द्वारा जानबूझ कर किया गया है।
पाक बलों द्वारा हत्या के लिए एक स्पष्टीकरण का भी उल्लेख
पाक बलों द्वारा 25,000 से अधिक हत्या के लिए एक स्पष्टीकरण का भी उल्लेख किया गया है।
ट्विटर पर राहुल गाँधी ने लिखा है की “मै इस सरकार से कई मुद्दों पर असहमत हूँ, लेकिन मै इसे पूरी तरह से स्पष्ट करता हु की कश्मीर भारत की आतंरिक मुद्दा है और इसमें पाक किसी अन्य देशो को हस्तक्षेप करने की जरुरत नहीं है।
उन्होंने कहा की जम्मू कश्मीर में हिंसा इसलिए हुआ है की यह पाकिस्तान द्वारा उस्काया गया है। पाकिस्तान को दुनिया भर में आतंकवाद का समर्थक माना जा रहा