मुजफ्फरपुर, गायघाट | पंचायत के स्कूलों में नामांकन आदेश से अभिभावक व छात्र परेशान हैं। शिक्षा विभाग के नए आदेश से बड़ी संख्या में छात्र बीच में ही पढ़ाई छोड़ देंगे। इसमें सैकड़ो बेटियों की पढ़ाई रोक दी है आठवीं के बाद नामांकन को लेकर बड़ी ही बाधा लग गई है।
अभिभावकों ने कहा कि पढ़ाई को लेकर निर्धारित स्कूल में नामांकन की यह शर्त हमारे बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। मधुरपट्टी गांव के बेटियों ने कहा कि दूसरी पंचायत का एक किलोमीटर तो अपनी पंचायत का स्कूल 10 किलोमीटर की दूरी पर है। अभिभावकों ने कहा कि सुरक्षा की कीमत पर हम पढ़ाई नहीं कराएंगे।
पढ़ाई छोड़ देंगे लेकिन नाव के सहारे नहीं जाएंगे अब | बता दे की 14 सितंबर 2023 को मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट प्रखंड स्थित मधुरपट्टी गांव में एक बड़ा नाव हादसा हुआ था। जहां नाव पर 30 से ज्यादा स्कूली बच्चे सवार थे। यहां बच्चों को स्कूल लेकर जा रही नाव पलट गई। जिसमें एक दर्जन से भी अत्यधिक स्कूली बच्चे डूब जाने के कारण मौत हो गई।
बता दे कि यह हादसा भटगामा मधुरपट्टी के पीपल घाट से बच्चे जब स्कूल जा रहे थे तब यह बड़ी हादसा हुआ था। यह हादसा देश में चर्चा का विषय बन गया था लेकिन अब तक उसे घाट पर पुल नहीं बन सका। इसी को लेकर अब कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को बागमती नदी में नाव के सहारे अपने पंचायत की स्कूल में नामांकन नहीं करवाना चाह रहे हैं।
उनका कहना है कि हमारे बच्चों को नामांकन पिरौंछा हाई स्कूल में किया जाए जो हमारे घर से दूरी मात्र 1 किलोमीटर पड़ता है अगर हम अपने पंचायत में नामांकन करवाते हैं तो स्कूल की दूरी 10 किलोमीटर पड़ता है जहां लड़कियों की जाना संभव नहीं है। अगर हम नामांकन करवा लेते हैं तो फिर एक बार नाव हादसा हमारे बच्चों को देखने को मिलेगा।
इस संबंध में जब हमने पिरौंछा हाई स्कूल के प्रिंसिपल से बातचीत की तो एचएम रामकिशोर राय का कहना है कि “जब तक कि मुझे शिक्षा विभाग के द्वारा पत्र जारी नहीं किया जाएगा तब तक के लिए हम अपने स्कूल में नामांकन नहीं ले सकते।”
पिरौंछा हाई स्कूल से सटे (बॉर्डर पर ) दो गांव महुआरा व हनुमाननगर ये दोनों गांव के अभिभावक सहित बच्चे भी परेशान हैं। अगर इन दोनों गांव का भी नामांकन पिरौंछा हाई स्कूल में नहीं हो पाएगा तो सैकड़ो बच्चे पढ़ाई से वंचित रह जाएंगे। दर्जनों मिडिल स्कूल ऐसे हैं, जहां के बच्चों ने टीसी मिलने के बाद भी 9वीं में नामांकन नहीं लिया है।
इसमें छात्राओं की संख्या सर्वाधिक होने की संभावना है। छात्र-छात्राएं शिक्षा भवन में धरना दे चुके हैं। शिक्षा विभाग ने नया फरमान जारी किया कि आठवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का नामांकन पंचायत के ही हाई स्कूल में होगा। विभाग के इस आदेश से छात्र व गार्जियन परेशान हैं।
हर दिन पांच से आठ किलोमीटर जाना मुश्किल है। घर के बगल में हाई स्कूल पिरौंछा है, लेकिन स्कूल के प्राचार्य नामांकन नहीं कर रहे हैं। सोनाली कुमारी का कहना है कि “हर दिन 5 किलोमीटर नहीं जा सकते हैं गांव में आने जाने का साधन नहीं है ऐसे में पढ़ाई भी छोड़ना पड़ सकता है।”