जिलाधिकारी ने वैशालीगढ़ में निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं बुद्ध स्मृति स्तूप का पुनः निरीक्षण किया।

154

वैशाली/ वैशाली प्रखंड अंतर्गत वैशाली गढ़ में निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं बुद्ध स्मृति स्तूप सहित उस परिसर में बन रहे अन्य भवनों के प्रगति कार्य का जिलाधिकारी के द्वारा आज पुनः निरीक्षण किया और एक-एक चीज की जानकारी प्राप्त की गयी।
जिलाधिकारी के द्वारा अपर समाहर्ता एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ मुख्य स्तूप, मेडिटेशन सेंटर, गेस्ट हाउस, लाइब्रेरी,विजिटर सेंटर, म्यूजियम, एमपीथिएटर एवं संपूर्ण परिसर में मिट्टी भराई एवं सौंदर्यीकरण के कार्य का समीक्षा की गयी और जरूरी निर्देश दिया गया।
समीक्षा के दौरान उपस्थित प्रोजेक्ट मैनेजर को बुद्ध स्तूप का निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए प्रतिदिन जरूरी पत्थरों के तरासी/ नक्काशी कार्य में और तेजी लाने का निर्देश देते हुए कहा गया कि इस कार्य मे कम से कम 250 कुशल श्रमिकों को लगाया जाय। जिलाधिकारी ने कहा की पत्थरों की उपलब्धता में कोई परेशानी नही है। जिलाधिकारी को बताया गया कि यहां दो शिफ्ट में दिन-रात कार्य कराया जा रहा है। अब पत्थर आपूर्ति नियमित है और पर्याप्त संख्या में हो रही है।जिलाधिकारी ने कहा कि गर्मी को देखते हुए कार्य मे लगे हुए श्रमिकों को पेयजल सहित अन्य सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जाय।वहां पर प्रतिनियुक्त वरीय उपसमाहर्ता को दिन और रात की पाली के कार्य का अनुश्रवण करने तथा रात्रि में चल रहे कार्य का रात्रि के 3 बजे तक निरीक्षण करने का निदेश दिया गया।प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी वैशाली को एक दिन बीच देकर स्थल विजिट करने का निदेश दिया गया। निरीक्षण में पाया गया कि म्यूजियम का कार्य तेजी से चल रहा है और इसका 95% कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मेडिटेशन सेंटर और पुस्तकालय का कार्य लगभग पूरा हो गया है।गेस्ट हाउस का 95% कार्य पूर्ण कर लिया गया है। प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि पार्किंग एरिया का कार्य कुछ तकनीकी कारणों से प्रारंभ नहीं कराया जा रहा है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता विनोद कुमार सिंह,अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार,कंस्ट्रक्शन कंपनी के परियोजना निदेशक, भवन निर्माण विभाग के राज्य स्तरीय पदाधिकारी,कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल हाजीपुर, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग एवं अंचलाधिकारी वैशाली उपस्थित थे।

संवाददाता–राजेन्द्र कुमार।