10 जनवरी 2023 को महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा “विश्व हिंदी दिवस” का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉक्टर शंभु कुमार यादव ने की। समारोह को संबोधित करते हुए डॉ तीर्थ नाथ मिश्र ने हिंदी के बढ़ते स्वभाव एवं स्वरूप को स्पष्ट करते हुए, हिंदी भाषा को अपरिहार्य बताया। इस अवसर पर विभागीय प्राध्यापक डॉ सतीश कुमार सिंह ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए वैश्विक परिप्रेक्ष्य में विस्तार पूर्वक हिंदी के फैलाव पर प्रकाश डाला।
महाविद्यालय हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ अमरकांत कुमर ने हिंदी की व्यापकता पर प्रकाश डालते हुए विश्व भर में फैल रहे हिंदी के प्रभाव को रेखांकित किया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ शंभू कुमार यादव ने हिंदी भाषा को और गतिशील करने के लिए इसे अन्य भाषाओं के शब्दों को भी उदार बनकर अपनाने पर बल दिया। डॉ ज्वाला चंद्र चौधरी ने हिंदी के अमीर खुसरो की खड़ी बोली, भारतेंदु हरिश्चंद्र से लेकर फादर कामिल बुल्के, आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी, हजारी प्रसाद द्विवेदी और गिरमिटिया मजदूरों के हिंदी भाषा के प्रति समर्पण, प्रवासी साहित्य में अभिमन्यु अनंत रचित “लाल पसीना” की चर्चा की।
कार्यक्रम में डॉ शांतिनाथ सिंह ठाकुर, डॉ कृष्ण कुमार झा, डॉ जेवा प्रवीण, मंच संचालन डॉ रामचंद्र चंद्रेश सिंह ने किया। कार्यक्रम में स्वरचित कविता का काव्य पाठ किया जो उत्कृष्ट था।