बिना दहेज दो शिक्षकों की शादी की हो रही है खूब चर्चा जानिए कौन है ये शिक्षक – शिक्षिका?

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बंदरा | प्रखंड क्षेत्र के पटसारा गांव के निवासी व गायघाट सामाजिक मंच के केंद्रीय कमेटी के प्रधान महासचिव शशिभूषण शर्मा ने अपने बेटे श्री शिशिर कुमार की शादी बिना दहेज कर मिसाल पेश की है। दुल्हन पक्ष के लोग एक रुपये और शगुन का नारियल लेकर फलदान व तिलक चढ़ाया गया।

मधुबनी जिले के पतार गांव निवासी कंचन ठाकुर की बेटी श्रुति कुमारी से 7 दिसंबर 2022 को शशिभूषण शर्मा ने बेटे शिशिर कुमार शादी हुई है।

बता दें की दूल्हा व दुल्हन दिनों ही शिक्षक व शिक्षिका है

शिशिर कुमार कटरा के सहनौली स्कूल में शिक्षक हैं। वहीं दुल्हन मधुबनी के पतार गांव की श्रुति कुमारी जाले में शिक्षिका हैं।

शशिभूषण ने बताया कि शादियों में दहेज की कामना रखने वालों को संदेश देने के लिए ये पहल की है। बहू के रूप में कन्या धन की प्राप्ति होने के बाद दहेज कोई मायने नहीं रखता। बदलते दौर में दहेज प्रथा एक बड़ी बुराई है। इन्हीं विचारों की जीवन में अपनाते हुए मिलनियों में न अंगूठी और न ही कंबल लिए। बेटे शिशिर ने बताया कि उसे खुशी है कि शादी बिना दहेज हुई। आज देशभर में कहीं न कहीं कन्याओं पर ‘दहेज’ की कामना को लेकर अत्याचार हो रहे हैं, हजारों-लाखों घर यूं ही फिजूल के दिखावे में बर्बाद हो रहे हैं।

मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुबोध कुमार सिंह ने फोन पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं, उन्होंने अपने मंच के लिए गर्व होने की बात कही है ।

सज्जन कुमार | पत्रकार | मुजफ्फरपुर, बिहार