मुख्य रूप से राजस्व संग्रहण तथा राजस्व संबधित अन्य विविध मामलों के साथ-साथ लोक शिकायत परिवादों की भी समीक्षा हुई। इस बैठक में दरभंगा एवं तिरहुत प्रमंडल के सभी जिला पदाधिकारी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुडे़। आयुक्त महोदय ने निदेश दिया है कि सभी विभागों के प्रतिवेदन विभागीय पोर्टल या सॉफ्टवेयर से सृजित होनी चाहिए। आंतरिक संसाधन की समीक्षा करते हुए उन्होनें कहा कि सरकार की सभी राजस्व संग्रहण विभाग सक्रिय होकर ससमय राजस्व लक्ष्य की पूर्ति करें। निबंधन में स्कोर की बैठक नियमित रूप से करे। परिवहन ने एक निर्धारित अवधि के बाद नियमानुकूल वाहन परिवर्तन करे । जीएसटी निबंधन अधिक से अधिक करने को कहा गया । इसी प्रकार खनन, नगर निगम से संबंधित राजस्व संग्रहण की प्रक्रिया को तेजी से करने को निदेश दिया गया। निगम क्षेत्रों में होल्डिंग के संख्या के अनुसार संग्रहण करने हेतु पुनः सर्वेक्षण करने का निदेश दिया गया। मोतीपुर, काँटी, साहबगंज के नगर निकाय क्षेत्र में अलग से जिला स्तर पर होल्डिंग सर्वे कर राजस्व वसूली का निदेश संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी को दिया गया। स्मार्ट मीटर संस्थापन, विद्युत चोरी पर प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई तथा विद्युत डिसकनेक्शन के कार्य करने का निदेश दिया गया। विद्युत सब डिवीजन का भी समीक्षा करने को कहा गया। उन्होनें कहा कि सैरात भूमि का अद्यतन राजस्व आकलन करने को कहा गया। जिला लोक शिकायत पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि लंबित परिवादों को समय से पहले गुणवंता के साथ निष्पादन करें। ऑनलाइन दाखिल खारिज परिमार्जन, लंबित दाखिल खारिज आवेदन, एल0पी0सी0 संबंधित, लगान वसूली, सैरात संबंधी, जल जीवन हरियाली अभियान, अतिक्रमण का संख्यात्मक विवरण, सरजमीनी सेवाएँ (अमीनी नापी), अभियान बसेरा, ऑपरेशन भूमि दखल-देहानी आदि मामलों का भी समीक्षा की गई। उन्होनें बेतिया राज एवं दरभंगा महाराज के भूमि का प्रोपर सर्वे कर उसका अद्यतन स्थिति से अवगत कराने का निदेश जिला पदाधिकारी को निदेश दिया गया। बैठक में जिला पदाधिकारी मुजफ्फरपुर श्री प्रणव कुमार, आयुक्त के सचिव दरभंगा एवं मुजफ्फरपुर, सभी एडीएम, नगर आयुक्त, जिला लोक शिकायत पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।