मुजफ्फरपुर | राजद को मुजफ्फरपुर में वैसे उम्मीदवार की तलाश थी, जो दिनेश सिंह से धन-बल में मुकाबला कर सके। जातीय गुना-भाग भी हाे सके। दिनेश सिंह की बिरादरी राजपूत और एक भूमिहार वर्ग से चर्चित शख्सियत का नाम आते ही राजनीतिक गलियारों में तेजी से सरगर्मी बढ़ गई है।
बिहार में एमएलसी चुनाव को लेकर तारीख भले ही मुकर्रर ना हुई हो, लेकिन फरवरी माह में संभावित चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। जदयू के दिग्गज दिनेश के धन-बल के खिलाफ राजद को भी बाहुबल पर ही भरोसा दिखा, इस बार राजनीतिक दल और टिकट के दावेदार सियासी शह-मात के लिए बिसात बिछाने लगे हैं।
एक तरफ जदयू की ओर से पूर्व विधान परिषद सदस्य दिनेश प्रसाद सिंह का नाम तय माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर, राजद ने भी किला मजबूत करते हुए काफी मंथन के बाद हिस्ट्रीशीटर शंभू सिंह काे मैदान में उतार दिया है। पूर्व में शंभू सिंह शंभू-मंटू नाम के गैंग से सूबे में चर्चित रहे हैं। अब शंभू सिंह का नाम आने के बाद राजनीतिक गलियारों में एक तरह की सरगर्मी तेज हो गई है।
बता दें, राजद को मुजफ्फरपुर में वैसे उम्मीदवार की तलाश थी, जो दिनेश सिंह से धन-बल में मुकाबला कर सके। जातीय गुना-भाग भी हाे सके। दिनेश सिंह की बिरादरी राजपूत और एक भूमिहार वर्ग से चर्चित शख्सियत का नाम भी कुछ महीनों पहले उछला। लेकिन, किसी वजह से बात अंजाम तक नहीं पहुंची। फिर नाम शंभू सिंह का आया।
आरजेडी सुप्रीमो ने एमएलसी प्रत्यासी बाहुबली नेता शंभू सिंह को टिकट देकर हरी झंडी दिखा दी है।
टिकट मिलते ही राजद कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। बाहुबली शंभू सिंह ने अपनी जीत को सुनिश्चित बताते हुए कहा कि राजद पर सवर्ण विरोधी होने का आरोप गलत है। अगर ऐसा होता तो उन्हें आलाकमान लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव सिंबल नहीं देते।