मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की 1.45 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने कब्जे में ले लिया है। ईडी ने इस संबंध में बताया कि कब्जे में ली गई संपत्ति दिल्ली के पालम इलाके में है और ब्रजेश ठाकुर की पत्नी आशा के नाम पर है।
ईडी ने ब्रजेश ठाकुर पर एनजीओ के नाम पर सरकार और अन्य एजेंसियों से गलत तरीके से धन प्राप्त करने का आरोप लगाया है। ईडी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के मुख्य आरोपी ने एनजीओ के लिए मिले 7.57 करोड़ रुपए का अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर निवेश करने में इस्तेमाल किया।
ईडी ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दौरान पता चला था कि लड़कियों के लिए बना शेल्टर होम बेहद संदिग्ध तरीके से चल रहा था। जांच के दौरान लड़कियों ने हिंसा और यौन शोषण के बारे में भी जानकारी दी थी। ईडी ने यह भी कहा कि मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने भी लड़कियों के साथ रेप किया था।