– नाव, ऊंचे स्थान , तटबंधों की सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश
– प्रमंडल के सभी जिलाधिकारियों के साथ कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
मुजफ्फरपुर: प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रमंडल के सभी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बाढ़ पूर्व तैयारी ,कोविड- 19 एवं एईएस/ चमकी बुखार को लेकर जिले में किए जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की ।मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी ,शिवहर ,पूर्वी चंपारण एवं पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे ।प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ पूर्व तैयारियों से संबंधित मुकम्मल व्यवस्था निर्धारित अवधि के पूर्व पूर्ण कर लें। इस कार्य में किसी भी तरह की ढिलाई/कोताही ना हो ।सभी विभाग आपसी तालमेल और समन्वय के साथ अपने- अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
बाढ़ पूर्व तैयारियों के अंतर्गत सभी जिलों से बारी-बारी से ऊंचे शरण स्थलों का चयन, आवश्यक वस्तुओं का दर निर्धारण ,वर्षा मापक यंत्रों की अद्यतन स्थिति, नावों की मरम्मती ,तटबंधों की सुरक्षा बाढ़ पूर्व सड़कों का मजबूतीकरण, मानव दवा की व्यवस्था, मोबाइल मेडिकल टीम ,पशु आहार का भंडारण आदि के बारे में जानकारी हासिल की ।सभी अपने-अपने जिलों में तटबंधों की सुरक्षा के मद्देनजर आवश्यक कार्रवाई जरूर पूर्ण कर लें ।साथ ही सभी डीएम औचक निरीक्षण करना भी सुनिश्चित करें। निर्देश दिया कि बाढ़ की स्थिति में पशु शरण स्थली को चिन्हित करने एवं पशु चारा की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु आपूर्तिकर्ता एवं दर का पूर्व निर्धारण करना सुनिश्चित किया जाए।
कोरोना पर किये कार्यों की हुई समीक्षा
कोरोना संक्रमण (कोविड-19 )से संबंधित भी बारी-बारी से सभी जिलाधिकारियों से जिलों में किए जा रहे कार्यों से प्रमंडलीय आयुक्त अवगत हुए ।उन्होंने निर्देश दिया कि प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार सृजन की दिशा में किये जा रहे कार्यो को और गति दें। प्रमंडलीय आयुक्त श्री पंकज कुमार ने निर्देश दिया कि प्रवासी श्रमिकों को सरकार द्वारा प्रदत्त अनुमान्य सहायता हेतु गंभीरता पूर्वक कार्य करें।कार्यों में पारदर्शिता रखें।
सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों में सरकार की विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ समानांतर रूप से कोविड मैनेजमेंट पर भी कार्य करें ताकि इसका दीर्घकालिक लाभ मिल सके। वही चमकी बुखार की समीक्षा के क्रम में मुजफ्फरपुर सहित विभिन्न जिलों में किए जा रहे कार्यों की सराहना की साथ ही निर्देश भी दिया की पीएचसी स्तर पर चिकित्सा सम्बन्धी की गई मुकम्मल व्यवस्था का अनुश्रवण सभी डीएम द्वारा सुनिश्चित की जानी चाहिये।ताकि बीमार बच्चों का इलाज सर्वप्रथम वहीं हो सकें। सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर और अधीक्षक एसकेएमसीएच के द्वारा बताया गया कि एईएस के इलाज से संबंधित आवश्यक दवाइयां एवं उपकरणों की माकूल व्यवस्था की गई है। साथ ही मुजफ्फरपुर सहित सभी जिले पीएचसी स्तर पर प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं।
प्रमंडलीय आयुक्त ने अन्य जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि जागरूकता कार्यक्रमों को और गति दें ताकि एईएइस/ चमकी बुखार के रोकथाम और उस पर प्रभावी नियंत्रण में हम सफल हो सकें। सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने जिलों में पंचायत, गांव और वार्ड स्तर तक आशा, आंगनवाड़ी सेविका और जीविका के माध्यम से डोर टू डोर जागरूकता कार्यक्रम को करवाना सुनिश्चित किया जाए ।उन्होंने कहा कि एईएस निश्चित तौर पर हमारे लिए चुनौती है परंतु सभी जिलों के परस्पर समन्वय और जिला स्तर पर विभिन्न विभागों के परस्पर समन्वय के साथ दायित्वों का निर्वहन करने पर निश्चित तौर पर एईएस को मात देने में हम कामयाब होंगे।