2019 चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही है। कल रात महानगर के दमदम लोकसभा क्षेत्र के नगर बाजार में भाजपा के नेता मुकुल राय की गारी के साथ रात करीब 11:15 बजे तोर फोर किया गया। तोर फोर का आरोप तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों पर लगाया गया हैं। इतना ही नहीं, करीब एक घंटे से अधिक समय तक बीजेपी के नेता मुकुल रॉय सहित अन्य भाजपा नेता एक घर में घेर कर रखा गया ।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दम दम में जनसभा को संबोधित करने के बाद, भाजपा नेता मुकुल रॉय एक व्यक्ति के घर में जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए नगर बाजार स्थित एक घर पर गए। तभी सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए और कार में तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी, तोड़फोड़ करने वाले सभी लोगों को तृणमूल कांग्रेस का समर्थक बताया जा रहा है। पड़ोस में एक पुलिस चौकी भी है, जिसके बाबजूद केवल दो पुलिसकर्मी ही वहां दिखाई दिए और सभी लोग वहां तोड़ फोड़ करते हुए रहे।
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस तोर फोर होने वाली घटना से उनके पार्टी के समर्थकों का कोई भी लेना-देना नहीं है। तृणमूल के नेताओ का कहना है कि भाजपा के नेता वहां रुपये बांटने के लिए गए थे। रात करीब 12:00 बजे के बाद भारी संख्या में केंद्रीय बल और पुलिस वहां पर पहुंचे, जिसके बाद मौके पर तोर फोर कर रहे लोगो को हिरासत में ले लिया गया।
ऐसा माना जाता है कि सातवें और अंतिम चरण के चुनाव में, बंगाल में राजनीतिक नौटंकी अपने चरम पर पहुंच गई है। मंगलवार को भाजपा नेता अमित शाह के रोड शो पर हमला करने और ईश्वर चंदर विद्यासागर की मूर्ति तोड़ने का आरोप जारी है। इसी बीच, चुनाव आयोग ने बंगाल के दो शीर्ष अधिकारियों को अपने पद से हटा दिया है। और इसके साथ ही, चुनाव अभियान को लगभग 19 घंटे कम कर दिया गया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गुस्सा सातवें आसमान पर है। वह इन सबके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वहीं, भाजपा नेता तृणमूल पर उस पर हमला करने और मूर्ति तोड़ने का आरोप लगा रही है। वही दीदी ममता बनर्जी ने गुरुवार को सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि वे आरोपों को साबित करें वरना हम उन्हें जेल भेज देंगे।